June 18, 2025
Close-up of an electric car being charged, highlighting eco-friendly transportation.

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार अब कानपुर को देश का नहीं, बल्कि दुनिया के नक्शे पर एक प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने जा रही है। ‘कानपुर मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट विज़न-2030’ के तहत योगी आदित्यनाथ सरकार ने 500 एकड़ भूमि पर अत्याधुनिक ईवी पार्क विकसित करने का फैसला किया है। यह पार्क भिमसेन के पास, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के किनारे तैयार होगा, जिसकी योजना उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) के जिम्मे होगी।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस परियोजना पर करीब ₹700 करोड़ की लागत आएगी और इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत विकसित किया जाएगा। यह ईवी पार्क कानपुर को भारत के ईवी इकोसिस्टम में एक मजबूत स्तंभ के रूप में स्थापित करने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाएगा।

स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला होगी मजबूत, ‘मेक इन इंडिया’ को मिलेगा बल

इस ईवी पार्क का मुख्य उद्देश्य न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करना है, बल्कि देशी विनिर्माण को बढ़ावा देना भी है। पार्क में इलेक्ट्रिक मोटर, चेसिस, स्टील पार्ट्स और लिथियम-आयन सेल निर्माण की इकाइयाँ स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा बैटरियों के असेंबली यूनिट, चार्जर, कंट्रोलर और इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पोनेंट्स निर्माण के लिए भी विशेष सुविधाएं तैयार होंगी।

आरएंडडी सेंटर बनेगा नवाचार का केंद्र

इस पार्क में एक समर्पित अनुसंधान एवं विकास (R&D) केंद्र की भी स्थापना की जाएगी, जो तकनीकी नवाचार को गति देगा और भविष्य के उत्पादों के विकास को सशक्त बनाएगा। यह आरएंडडी यूनिट न केवल स्थानीय प्रगति को रफ्तार देगी, बल्कि वैश्विक ईवी तकनीकों में भारत की हिस्सेदारी को भी बढ़ाएगी।

कनैक्टिविटी से लेकर उद्यमिता तक—सभी को मिलेगा लाभ

ईवी पार्क की रणनीतिक स्थिति — DFC कॉरिडोर के निकट — उसे लॉजिस्टिक्स के लिहाज़ से विशेष बढ़त देती है। रेल और सड़क नेटवर्क से बेहतर कनेक्टिविटी होने के कारण कच्चे माल और तैयार उत्पादों का परिवहन भी सुगम रहेगा। इसके अलावा, पार्क के साथ एक ‘इंटीग्रेटेड ईवी कॉम्पोनेंट्स क्लस्टर’ भी तैयार किया जा रहा है, जो छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को पुर्ज़े और घटक बनाने में सहयोग देगा। इससे स्थानीय उद्यमियों और स्टार्टअप्स को नया प्लेटफॉर्म मिलेगा और बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम

यह परियोजना सिर्फ औद्योगिक विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि राज्य सरकार के हरित ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को भी आगे बढ़ाती है। ईवी निर्माण को तेज़ी से बढ़ावा देकर यह पहल कार्बन उत्सर्जन को कम करने और सतत ऊर्जा स्रोतों को अपनाने की दिशा में ठोस कदम है।

कानपुर का भविष्य: नवाचार, निर्माण और नेतृत्व

‘कानपुर मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट विज़न–2030’ के अंतर्गत प्रस्तावित यह ईवी पार्क न केवल औद्योगिक प्रगति का प्रतीक बनेगा, बल्कि कानपुर को वैश्विक ईवी उत्पादन मानचित्र पर एक मजबूत पहचान भी दिलाएगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के आर्थिक परिदृश्य को भी नई दिशा देने जा रही है।

एक शहर, एक सोच, और एक विज़न — कानपुर अब सिर्फ इतिहास नहीं, भविष्य भी गढ़ेगा।

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