
केंद्र सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2021 से 2024 के बीच की विदेशी यात्राओं पर कुल लगभग ₹295 करोड़ खर्च हुए, जबकि 2025 में अमेरिका और फ्रांस समेत पांच देशों की यात्राओं पर ₹67 करोड़ से अधिक का खर्च आया।
देशवार और वर्षवार आंकड़ों के अनुसार, 2025 में पीएम मोदी की मॉरीशस, साइप्रस, कनाडा, क्रोएशिया, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया की यात्राओं का खर्च अभी उपलब्ध नहीं है।
विदेश राज्य मंत्री किर्ती वर्धन सिंह द्वारा तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा में गुरुवार को जो आंकड़े पेश किए गए, उसमें इन यात्राओं के खर्च की कॉलम में लिखा था: “बिलों का निपटान लंबित है। कुल खर्च अभी उपलब्ध नहीं है।”
इनमें से सबसे महंगी यात्रा फ्रांस की रही, जिस पर ₹25 करोड़ से अधिक खर्च हुए। वहीं, जून 2023 में अमेरिका की यात्रा पर ₹22 करोड़ से अधिक का खर्च आया।
20 मार्च को मंत्रालय ने राज्यसभा में जो आंकड़े पेश किए थे, उनके अनुसार मई 2022 से दिसंबर 2024 तक पीएम मोदी की 38 विदेशी यात्राओं पर कुल लगभग ₹258 करोड़ खर्च किए गए।
2025 में पीएम मोदी ने 10 से 13 फरवरी के बीच फ्रांस और अमेरिका की यात्रा की थी।
पेरिस में उन्होंने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से द्विपक्षीय वार्ता की और एक एआई समिट में हिस्सा लिया, जबकि अमेरिका में उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया।
2025 में जिन पांच देशों की यात्रा की गई, उनके लिए खर्च इस प्रकार रहे:
- फ्रांस: ₹25,59,82,902
- अमेरिका: ₹16,54,84,302
- थाईलैंड: ₹4,92,81,208
- श्रीलंका: ₹4,46,21,690
- सऊदी अरब: ₹15,54,03,792.47
पिछले चार वर्षों में कुल खर्च:
- 2024: लगभग ₹109 करोड़ (16 देशों की यात्रा, जिनमें रूस, यूक्रेन, अमेरिका, ब्राज़ील शामिल)
- 2023: लगभग ₹93 करोड़
- 2022: ₹55.82 करोड़
- 2021: लगभग ₹36 करोड़
2021 की यात्राएं:
- बांग्लादेश: ₹1,00,71,288
- अमेरिका: ₹19,63,27,806
- इटली: ₹6,90,49,376
- यूनाइटेड किंगडम: ₹8,57,41,408
2022 की यात्राएं:
- जर्मनी: ₹9,44,41,562
- डेनमार्क: ₹5,47,46,921
- फ्रांस: ₹1,95,03,918
- नेपाल: ₹80,01,483
- जापान: ₹8,68,99,372
इसके अलावा, एक अन्य तालिका में प्रधानमंत्री की सार्वजनिक बैठकों, उसमें शामिल लोगों की संख्या, और प्रचार-प्रसार व प्रसारण पर हुए खर्च की जानकारी भी दी गई।
उदाहरण के लिए, पीएम मोदी की 2023 में मिस्र यात्रा के दौरान प्रचार और प्रसारण पर ₹11.90 लाख खर्च हुए थे।
और हाँ, ये सब खर्च “देश की छवि सुधारने” और “वैश्विक नेतृत्व स्थापित करने” के नाम पर हुए हैं — क्योंकि आखिरकार, जब देश में महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षा जैसे मुद्दे हों, तो उनका समाधान विदेश घूमकर ही तो निकलता है।