लखनऊ के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र स्थित प्रेरणा स्थल चौकी के प्रभारी की दबंगई एक बार फिर चर्चा में है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चौकी प्रभारी द्वारा घैला पुल तक सड़क किनारे ठेला लगाने वाले छोटे व्यापारियों से अवैध रूप से वसूली की जाती है। आरोप है कि प्रत्येक ठेले वाले से ₹1000 प्रति सप्ताह की हफ्ता वसूली की जाती है।
पीड़ित दुकानदारों और ठेला चालकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अगर वे यह पैसा नहीं देते तो उनका ठेला जब्त कर लिया जाता है या उन्हें वहाँ से हटा दिया जाता है। यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है, लेकिन डर और प्रशासनिक कार्रवाई के भय से कोई भी खुलकर शिकायत नहीं करता।
इस तरह की घटनाएं ठाकुरगंज क्षेत्र में नई नहीं हैं। पूर्व में भी कई बार चौकी प्रभारियों और स्थानीय पुलिसकर्मियों पर इसी तरह के आरोप लगते रहे हैं।
- 2022 में इसी इलाके में एक फल विक्रेता ने आरोप लगाया था कि उससे हर मंगलवार को ₹500 वसूले जाते हैं और विरोध करने पर उसके ठेले को तोड़ दिया गया था।
- 2023 में, एक RTI कार्यकर्ता ने इस मुद्दे को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन जांच के नाम पर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
- एक अन्य मामले में, ठाकुरगंज क्षेत्र के ही कुछ दुकानदारों ने सामाजिक संगठनों के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर इस अवैध वसूली की शिकायत की थी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि इस तरह की पुलिसिया दबंगई पर लगाम नहीं लगाई गई, तो छोटे दुकानदारों और ठेला चालकों की रोज़ी-रोटी छिन जाएगी और भ्रष्टाचार का ये सिलसिला यूँ ही चलता रहेगा।
अब देखना यह है कि लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट इस गंभीर आरोप पर क्या संज्ञान लेता है और क्या चौकी प्रभारी के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है या फिर यह मामला भी पूर्व मामलों की तरह अनदेखा कर दिया जाएगा।
