
राजा रघुवंशी की हत्या केवल एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि एक ऐसा किस्सा है जिसमें मोहब्बत की आड़ में विश्वासघात, लोभ और मौत की खामोश साज़िश छिपी है। एक नया जीवन शुरू करने निकले दूल्हा-दुल्हन की कहानी, अचानक एक खौफनाक त्रासदी में तब्दील हो गई — और इसके पीछे जो राज़ छुपा था, उसने पूरे देश को झकझोर दिया।
🔍 हनीमून का पर्दा, साजिश का असली चेहरा
इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी और सोनम ने 11 मई को शादी की और 20 मई को मेघालय के लिए हनीमून पर निकले। 22 मई को उन्होंने चेरापूंजी के पास एक होमस्टे में चेक-इन किया और अगले दिन ट्रेकिंग के लिए निकलने का प्लान बनाया — जो दरअसल सोनम की रची गई हत्या की स्क्रिप्ट का हिस्सा था।
🩸 वारदात की पटकथा और सोनम की भूमिका
पुलिस की जांच में जो सामने आया, उसने सबको स्तब्ध कर दिया:
- सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी।
- राज खुद मेघालय नहीं गया, लेकिन उसने तीन शूटर — विशाल चौहान, आनंद कुर्मी और आकाश राजपूत — को भेजा ताकि किसी को शक न हो।
- सोनम ने सुबह जल्दी निकलने की योजना बनाकर ट्रेकिंग का बहाना बनाया और तीनों हत्यारों को साथ लेकर राजा को चेरापूंजी के वाई सॉडोंग वॉटरफॉल्स के पास ले गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब विशाल ने राजा पर पीछे से वार किया तो सोनम चीखी —
“मार डालो इसे!”
यह आवाज़ राजा की मौत की मुहर बन गई।
⚖️ सबूतों की कड़ी और पुलिस की चालाकी
- हत्या के बाद आरोपियों ने राजा के शव को खाई में फेंक दिया और सोनम ने खुद को ‘अगवा’ बताकर सहानुभूति पाने की कोशिश की।
- लेकिन, एक छोटी सी चूक — घटनास्थल पर मिला एक खून से सना चाकू — पुलिस को शक के घेरे में ले आया।
- सोनम की मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज, और कॉल रिकॉर्ड से साफ हो गया कि वह हत्यारों के संपर्क में थी और उन्होंने उसके कहने पर ही राजा की हत्या की थी।
- सोनम ने घटना के बाद इंदौर, फिर बिहार के गाज़ीपुर तक भागने की कोशिश की, जहां 8 जून को एक ढाबे से उसे गिरफ्तार किया गया।
🪓 पुलिस ऑपरेशन ‘हनीमून’
मेघालय पुलिस ने तीन राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर एक हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन चलाया।
अब तक:
- चार आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं — सोनम, राज कुशवाह, विशाल और आनंद।
- एक आरोपी अब भी फरार है।
- सोनम ने अब खुद पर लगे आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वह “शारीरिक और मानसिक शोषण का शिकार” थी।
🗣️ संपादकीय विश्लेषण: प्यार के नाम पर पाप
सोनम की यह कहानी आधुनिक समाज की उस कड़वी सच्चाई को उजागर करती है, जिसमें रिश्तों का चोला पहनकर हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया जाता है।
एक विवाहिता, जो कुछ ही दिन पहले सात फेरे लेकर पति के साथ जिंदगी की नई शुरुआत कर रही थी, कुछ ही दिनों में उसके खून की साजिश रच बैठी।
इस मामले में डिजिटल सबूतों, फोरेंसिक रिपोर्ट, और लोकेशन ट्रैकिंग ने सोनम और उसके साथियों की पूरी साजिश को बेनकाब कर दिया।
पर सवाल अब भी बाकी हैं:
- क्या केवल प्रेम और आज़ादी की चाह इतनी बड़ी कीमत वसूल सकती है?
- क्या सोनम सचमुच सिर्फ इस्तेमाल की गई थी या वह खुद मास्टरमाइंड थी?
📌 अब आगे क्या?
- मेघालय पुलिस ने चार्जशीट तैयार करना शुरू कर दिया है।
- राजा रघुवंशी के परिवार ने CBI जांच और फांसी की सज़ा की मांग की है।
- कोर्ट में सुनवाई की प्रक्रिया शुरू होने वाली है और देशभर की निगाहें इस केस पर टिकी हुई हैं।
⚖️ निष्कर्ष: एक हत्या, कई सवाल
राजा की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं, बल्कि उस भरोसे का कत्ल है जो रिश्तों की नींव होता है। इस मामले से यह साफ है कि अपराध अब भावनाओं की आड़ लेकर तकनीक के सहारे अंजाम दिए जा रहे हैं। लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, यह यकीन भी गहराता जा रहा है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं — चाहे अपराधी कितना भी चतुर क्यों न हो।